मुंबई संवाददाता, नदीम कपूर
डिस्टिक रायगढ़ में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों को लेकर हमारी टीम लगातार खबरें प्रकाशित कर रही है। यह मामला इतना गंभीर हो चुका है कि स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं।
जेएसडब्ल्यू कंपनी का भंगार और स्टील चोरी
सूत्रों के अनुसार, जेएसडब्ल्यू कंपनी के भंगार और स्टील की बड़े पैमाने पर चोरी हो रही है।
1) भंगार चोरी:
– जेएसडब्ल्यू कंपनी का भंगार बड़े पैमाने पर चोरी किया जा रहा है।
– इस चोरी के मामलों में वडक्कल पुलिस स्टेशन** की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
– यह पुलिस स्टेशन डिस्टिक रायगढ़ के अंतर्गत आता है।
2) **स्टील चोरी:**
कंपनी का स्टील पेन पुलिस स्टेशन के अंतर्गत चोरी किया जा रहा है।
– इस अवैध कारोबार में स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका है।
भ्रष्ट अधिकारियों की वसूली
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डिस्टिक रायगढ़ में कुछ भ्रष्ट अधिकारी एंटी करप्शन एसपी शिवराज पाटिल के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। यह वसूली डिस्टिक रायगढ़ के एसपी ऑफिस के हवलदारों द्वारा की जा रही है।
Md Drugs की लैब का खुलासा
हाल ही में, डिस्टिक रायगढ़ पुलिस द्वारा नहीं, बल्कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मुंबई की टीम द्वारा महाड में एक Md Drugs की लैब का पर्दाफाश किया गया।
इस लैब से 50 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स बरामद की गई।
स्थानीय पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि इस लैब से बड़े पैमाने पर धन उगाही की जाती थी।
यदि यह लैब नहीं पकड़ी जाती, तो डिस्टिक रायगढ़ में तैयार किए जा रहे ये जहरीले पदार्थ महाराष्ट्र के कई इलाकों में
बेचे जाते। इससे युवाओं की ज़िंदगी खतरे में पड़ सकती थी। NCB ने पूरी मुस्तैदी के साथ इस लैब का पर्दाफाश किया।
क्या होगी स्थानीय प्रशासन पर कार्रवाई?
अब देखने वाली बात यह होगी कि डिस्टिक रायगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एसपी, जिनके जिम्मे यह पूरा क्षेत्र आता है, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है? क्या इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी या फिर भ्रष्टाचार का यह खेल यूं ही चलता रहेगा?