रायगढ़ जिले में भ्रष्टाचार का बोलबाला, प्रशासन मौन!
मुख्य संपादक नदीम कपूर
रायगढ़: जिले में भ्रष्टाचार की खबरें लगातार प्रकाशित की जा रही हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। हाल ही में, हमारे सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर हमने एक खुलासा किया था कि रायगढ़ जिले के एसपी कार्यालय में कुछ कांस्टेबल एंटी करप्शन विभाग के नाम पर लाखों रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं। इस मामले को हमने प्रकाशित किया और अधिकारियों से जवाबदेही की मांग की, लेकिन अब तक कोई असर नहीं दिखा।
अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रायगढ़ एसपी कार्यालय में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर अभिजीत भुजबल का नाम फिर से भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में आया है। 2016 में, जब अभिजीत भुजबल क्राइम ब्रांच में सब-इंस्पेक्टर के पद पर थे, तब एक फर्जी कॉल सेंटर पर की गई कार्रवाई के दौरान उन पर एक व्यक्ति से रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। इस आरोप का एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ था, जिसके कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया और तत्काल कंट्रोल रूम में भेज दिया गया।
अब वही अभिजीत भुजबल रायगढ़ जिले के एसपी कार्यालय में तैनात हैं और सुरक्षा शाखा विभाग में पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। यही नहीं, यह वही अधिकारी हैं जिन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारी बालासाहेब खाडे के खिलाफ हनी ट्रैप की साजिश रची थी, लेकिन जब यह साजिश नाकाम हुई, तो संबंधित महिला ने अभिजीत भुजबल के खिलाफ ही बयान दे दिया। इसके बावजूद, रायगढ़ जिले के एसपी सोमनाथ घारगे ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
हमने एसपी को मेल के माध्यम से अभिजीत भुजबल को निलंबित करने और कार्रवाई करने की अपील की थी, क्योंकि बालासाहेब खाडे पर मानसिक दबाव इतना बढ़ चुका है कि वह कभी भी आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं। लेकिन इसके बावजूद, एसपी साहब की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
सूत्रों से मिली ताजा जानकारी के अनुसार, अभिजीत भुजबल अब एलसीबी (स्थानीय अपराध शाखा) में पद ग्रहण करने की कोशिश कर रहे हैं और इसमें उन्हें एसपी कार्यालय से पूरा समर्थन मिल रहा है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या इस मामले में कोई कार्रवाई होगी, या फिर रायगढ़ में भ्रष्टाचार इसी तरह फलता-फूलता रहेगा?