एक ईमानदार पिता की गुहार: बेटे की गलतियों की सजा पूरे परिवार को न दी जाए”



 

“एक ईमानदार पिता की गुहार: बेटे की गलतियों की सजा पूरे परिवार को न दी जाए”एक ईमानदार पिता की गुहार: बेटे की गलतियों की सजा पूरे परिवार को न दी जाए"

खोजी पत्रकार! नदीम कपूर की रिपोर्ट। 

नवी मुंबई:
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), मुंबई कार्यालय को भेजे गए एक भावुक पत्र ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। किले गावठान, बेलापुर के निवासी श्री गुरुनाथ चिचकार ने एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर को संबोधित करते हुए अपने जीवन से तंग आकर आत्महत्या तक की बात लिखी है।

गुरुनाथ चिचकार ने पत्र में खुद को एक मेहनती और ईमानदार नागरिक बताया है, जिन्होंने मुंबई पोर्ट ट्रस्ट में तीस वर्षों तक लोडर का काम किया और फिर अपनी पत्नी के नाम से निर्माण व्यवसाय शुरू किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके जीवन में कभी कोई गैरकानूनी गतिविधि नहीं रही।

उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बड़े बेटे नवीन को 2012 में उच्च शिक्षा के लिए लंदन भेजा, लेकिन वहाँ रहते हुए वह गलत संगति में पड़ गया और मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त हो गया। जब पहली बार बेटे का नाम नशीले पदार्थों के एक मामले में सामने आया, तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से उससे नाता तोड़ दिया और न्यायालय में भी बयान दिया।

अब, पांच साल बाद, एक नए ड्रग्स केस में एक बार फिर उनका बेटा आरोपी के रूप में सामने आया है। इतना ही नहीं, एनसीबी अधिकारियों द्वारा उनके छोटे बेटे धीर का नाम भी मामले से जोड़ा जा रहा है। इससे आहत होकर गुरुनाथ ने पत्र में लिखा है कि अगर उनका या उनके परिवार का कोई दोष सिद्ध होता है, तो वे सज़ा भुगतने को तैयार हैं, लेकिन निर्दोषों को न फंसाया जाए।

गुरुनाथ चिचकार ने यह भी दावा किया कि कुछ भ्रष्ट अफसर और राजनेता उनसे केस से छुटकारा दिलाने के बदले करोड़ों की रिश्वत मांग रहे हैं, जबकि उनके पास ऐसा कोई काला धन नहीं है। उन्होंने बताया कि वे इस समय तीन करोड़ रुपए के कर्ज में डूबे हुए हैं और यह सब पैसा उन्होंने व्यापार खड़ा करने के लिए लिया था।

अपने पत्र के अंत में उन्होंने एक मार्मिक उदाहरण देते हुए लिखा कि भगवान श्रीकृष्ण के भी 80 पुत्र थे, जो अंत में आपसी कलह में मारे गए। इससे उन्होंने यह तर्क प्रस्तुत किया कि हर पिता अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देता है, लेकिन बच्चे कब और कैसे भटक जाएं, यह कोई नहीं जानता।

उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनके जैसे निर्दोष लोगों को इस केस में न घसीटा जाए और दोषियों को ही सज़ा दी जाए।

प्रतिलिपि:
यह पत्र गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एनसीबी के मुख्य नियंत्रक, नवी मुंबई पुलिस आयुक्त और बेलापुर की विधायक मान. मंदाताई म्हात्रे को भी भेजा गया है।


नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 9867994688 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें
error: Content is protected !!