मुंबई: शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां *The Yusuf Ebrahim Gardee Charity Trust* के एक ट्रस्टी ने दो व्यक्तियों पर जालसाजी और धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपियों पर ट्रस्ट की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया गया है।
आरोपियों के नाम और पृष्ठभूमि
एफआईआर में दर्ज किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
1. इम्तियाज इस्माइल पटनी
– पता: रूम नं. 24, दूसरी मंजिल, 7/17, फातिमा बाई बिल्डिंग, नागदेवी स्ट्रीट/नखुदा मोहल्ला, मुंबई-400003
– मोबाइल: 9892010006
2. मोहम्मद हनीफ नखांडे
इन दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा **405, 406, 409, 419, 420, 465, 467, 471 r/w 34** के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
शिकायतकर्ता का आरोप
शिकायतकर्ता **यूसुफ इब्राहिम गार्डी** (पता: 18/20, मूस बिल्डिंग, ग्राउंड फ्लोर, जंबुलवाड़ी, कालबादेवी, मुंबई-400002, मोबाइल: 8452921028) एक एनआरआई हैं और अमेरिका के फ्लोरिडा में स्थायी रूप से रहते हैं। उनके पास **OCI (Overseas Citizen of India) कार्ड** है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि **इम्तियाज इस्माइल पटनी और मोहम्मद हनीफ नखांडे** ने वक्फ बोर्ड में परिवर्तन रिपोर्ट दायर करने के लिए उनके **हस्ताक्षर की जालसाजी** की और **फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ट्रस्ट की संपत्तियों पर कब्जा जमाने की कोशिश की**।
क्या हैं आरोप?
यूसुफ इब्राहिम गार्डी ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि वे *The Yusuf Ebrahim Gardee Charity Trust* के ट्रस्टी हैं, जिसकी स्थापना उनके दादा ने 1929 में की थी।
– आरोपियों ने **विश्वासघात, धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज बनाने** जैसे अपराध किए।
– वक्फ बोर्ड में **फर्जी फेरबदल रिपोर्ट जमा कराई**, जिसमें उनके हस्ताक्षर की **नकली नकल** की गई।
– ट्रस्ट की **संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा** करने की साजिश रची गई।
कानूनी कार्रवाई और धाराएं
शिकायतकर्ता ने पुलिस और संबंधित विभागों से मांग की है कि **इम्तियाज इस्माइल पटनी और मोहम्मद हनीफ नखांडे** के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मामले की गहराई से जांच हो।
इन धाराओं के तहत दर्ज हुई एफआईआर:
– **धारा 405, 406, 409** – आपराधिक विश्वासघात
– **धारा 419, 420** – धोखाधड़ी
– **धारा 465, 467, 471** – दस्तावेजों की जालसाजी
– **धारा 34** – आपराधिक साजिश
अगर इन आरोपों में दोष सिद्ध होते हैं, तो आरोपियों को **कठोर सजा** हो सकती है।
जांच जारी
पायधुनी पुलिस स्टेशन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस **सभी संबंधित दस्तावेजों की बारीकी से जांच** कर रही है। शिकायतकर्ता ने अपने समर्थन में सभी आवश्यक दस्तावेज जमा कराए हैं, जिससे मामला मजबूत होता दिख रहा है।
### **निष्कर्ष**
यह मामला दर्शाता है कि **एनआरआई और ट्रस्ट संपत्तियों से जुड़े मामलों में धोखाधड़ी के नए तरीके अपनाए जा रहे हैं**। अब देखना यह होगा कि कानून इस पर क्या फैसला सुनाता है और आरोपियों को कब तक गिरफ्तार किया जाता है।