समीर वानखेडे का बड़ा खुलासा: आर्यन खान केस के बाद फैन क्लबों से हो रही ऑनलाइन बदसलूकी पर बोले – “मैं ट्रेंड स्नाइपर हूं, अपने परिवार की सुरक्षा कर सकता हूं”
प्रकाशन: 16 जुलाई 2025, | रिपोर्ट: नदीम कपूर.
मुंबई – आर्यन खान क्रूज़ ड्रग्स केस के करीब चार साल बाद, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पहली बार इस हाई-प्रोफाइल मामले के बाद अपने और अपने परिवार पर पड़े मानसिक और सामाजिक प्रभाव को लेकर खुलकर बात की है।
वानखेडे ने बताया कि कैसे सोशल मीडिया पर बने *फैन क्लब* उन्हें और उनके परिवार को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “कुछ प्रभावशाली लोग लाखों रुपये खर्च कर ऐसे फैन क्लब चला रहे हैं जो सोशल मीडिया पर झूठी कहानियाँ फैलाते हैं और जनमत को गुमराह करते हैं।”
पूर्व IRS अधिकारी ने यह भी बताया कि इस तरह की डिजिटल बदसलूकी सिर्फ उन्हीं तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इसमें महिलाओं और बच्चों को भी गंदी गालियाँ दी जाती हैं। उन्होंने इसे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताते हुए कहा, “मैं तो मज़बूत हूं, लेकिन हर कोई यह सहन नहीं कर सकता। इस तरह की साइबर बदसलूकी किसी को भी डिप्रेशन की ओर धकेल सकती है।”
“हिटलर जैसा प्रोपेगैंडा चल रहा है”
वानखेडे ने कहा कि आज मीडिया साक्षरता की बहुत जरूरत है। उन्होंने बताया कि कैसे हिटलर के दौर में बार-बार झूठ बोलकर लोगों को भ्रमित किया जाता था, और आज भी वही रणनीति सोशल मीडिया पर अपनाई जा रही है।
सुरक्षा पर चिंता लेकिन आत्मनिर्भरता में विश्वास.
जब व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में पूछा गया तो वानखेडे ने कहा,“मैं किसी से सुरक्षा नहीं मांग रहा हूं। मैं खुद एक प्रशिक्षित स्नाइपर शूटर हूं,अपने और अपने परिवार की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हूं।”उन्होंने यह भी कहा कि चेन्नई में रहते हुए अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर थोड़ी चिंता जरूर रहती है,लेकिन वह किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहते।
कानून में सुधार की ज़रूरत
वानखेडे ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे फर्जी सोशल मीडिया अभियानों पर कार्रवाई के लिए कुछ केस दर्ज हुए हैं, लेकिन IT एक्ट और कानून आज भी तेजी से बदलते डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ खुद को ढाल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि सोशल मीडिया पर चल रहे इस तरह के प्रोपेगैंडा को रोकने के लिए सख्त डिजिटल रेग्युलेशन लाया जाए।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 में आर्यन खान को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया गया था और तीन हफ्ते बाद उन्हें ज़मानत मिली थी। मई 2022 में उन्हें क्लीन चिट दी गई थी.
यह रिपोर्ट पत्रकार नदीम कपूर द्वारा तैयार की गई है, जो सोशल न्याय और जांच पत्रकारिता के मामलों पर विशेष रिपोर्टिंग करते हहैं
